* बीएड कॉलेज से बाहर तक पहुंची कतार
* एक माह के लिए स्पर्श पूजा बंद, अरघा सिस्टम लागू
![]() |
सावन के पहले दिन बाबा मंदिर में उमड़े कांवरिये। |
स्पर्श पूजा पर रोक, अरघा से जलार्पण
![]() |
अरघा से बाबा पर जलार्पण करते कांवरिये। |
श्रावणी मेला की शुरूआत के साथ ही बाबा वैद्यनाथ की स्पर्श पूजा पर रोक के साथ अरघा से जलार्पण शुरू हो गया। मेले में कांवरियों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए चार अरघा के माध्यम से जलार्पण शुरू कराया गया है। मुख्य अरघा बाबा वैद्यनाथ मंदिर में गर्भगृह के बाहर मंझला खंड में लगाया गया है। वहां श्रद्धालुओं की आम कतार के साथ शीघ्र दर्शनम कूपन लेकर आनेवाले भक्त जलार्पण व बाबा का दर्शन कर बाहर निकलते रहे। इसके अलावा तीन बाह्य अरघा बाबा मंदिर निकास द्वार के पास नीर कुंड के निकट लगाया गया है। इन तीनों अरघा में असहाय व कम समय में जलार्पण की इच्छा रखनेवाले श्रद्धालु जलार्पण कर रहे हैं। वाह्य तीन अरघा का जल पाइपलाइन के माध्यम से नीर कुंड के रास्ते बाबा वैद्यनाथ को अर्पित किया जा रहा है। श्रावणी मेले में 300 की जगह 600 रुपए में शीघ्र दर्शनम कूपन श्रद्धालुओं को उपलब्ध है। दर बढ़ोतरी के बावजूद शीघ्र दर्शनम कूपन कटाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या करीबन 4 हजार रही।
यह भी पढ़ें : कांवरियों के लिए बनेगा फ्लाईओवर
Deoghar: 1.27 lakh devotees performed puja on the first day of Shravani fair
إرسال تعليق
please do not enter any spam link in the comment box.