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कुपोषण केन्द्र का निरीक्षण करते सिविल सर्जन |
angara(ranchi) सीएचसी अनगड़ा में शुक्रवार को रांची जिला का पहला कुपोषण उपचार केन्द्र का उदघाटन किया गया। इसका उदघाटन रांची के सिविल सर्जन डा. प्रभात कुमार व सीएचसी प्रभारी डा. शशि प्रभा ने किया। दस बेड़ के उपचार केन्द्र का संचालन झारखंड की स्वास्थ्य विभाग व हंस फाउंडेशन दिल्ली करेगी। मौके पर 5 कुपोषित बच्चों को एडमिट का उसका उपचार शुरू हुआ। सिविल सर्जन डा. प्रभात कुमार ने बताया कि झारखंड में गुमला के बाद रांची में कुपोषण उपचार केन्द्र शुरू हुआ है। इस केन्द्र में कुपोषित बच्चों का उपचार किया जाएगा। साथ ही कुपोषित बच्चों के माता की काउंसलिंग की जाएगी। इलाज के दौरान माता के भोजन/आवास के साथ साथ प्रतिदिन तीन सौ रूपया के दर से भुगतान भी होगा। उंचाई, लंबाई व वजन से कुपोषित बच्चों की पहचान होगी। कुपोषण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ताकि क्षेत्र को कुपोषण मुक्त किया जा सके।
आसपास के कई प्रखंडों को मिलेगा लाभ: डा. शशि प्रभा
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उदघाटन करते सिविल सर्जन |
डा. शशि प्रभा ने बताया कि रांची जिला के सिल्ली, राहे, अनगड़ा, ओरमांझी व नामकुम प्रखंड के कुपोषित बच्चें भी यहां आकर अपना इलाज करा सकते है। हंस फाउंडेशन के प्रोजेक्ट मैनेजर स्वामी विवेकानंद ने बताया कि अति गंभीर कुपाषित बच्चों के लिए उपचार केन्द्र खोला गया है। मौके पर कुपोषण से संबंधित पुस्तक आहार विविधत व हमार पोषण पुस्तिका का सिविल सर्जन ने विमोचन किया। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य अनुराधा मुंडा, सालहन मुखिया सरिता तिर्की, समाजसेवी नीलकंठ चौधरी उर्फ मंटू, हंस फाउंडेशन दिल्ली के वित्त निदेशक आलोक, स्टेट हेड शिशुपाल मेहता, स्वास्थ्य एवं पोषण विशेषज्ञ सावन कुमार अजय कांशी आदि उपस्थित थे।
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