GA4-314340326 सीआईपी ने कर्रा प्रखंड में मानसिक स्वास्थ्य पर आयोजित किया सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम

सीआईपी ने कर्रा प्रखंड में मानसिक स्वास्थ्य पर आयोजित किया सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम

फोटो: सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम में शामिल निदेशक डॉ वीके चौधरी एवं अन्य। फोटो : सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम के लिए टीम को रवाना करते निदेशक डॉ वीके चौधरी। कांके (रांची)। केन्द्रीय मनोचिकित्सा संस्थान (सीआईपी), कांके रांची द्वारा चाइल्डफंड इंडिया के सहयोग से मानसिक स्वास्थ्य पर खूंटी जिला के कर्रा प्रखंड में एक दिवसीय सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण एवं जनजातीय क्षेत्रों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच बढ़ाना, जागरूकता उत्पन्न करना तथा प्रारंभिक स्तर पर उपचार एवं हस्तक्षेप सुनिश्चित करना था। इसका उद्घाटन डॉ. वीके चौधरी, निदेशक,सीआईपी द्वारा किया गया। इस अवसर पर 234 लोगों को मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं, नशा मुक्ति एवं उपलब्ध उपचार सेवाओं के बारे में जागरूक किया गया। इनमें से 43 व्यक्तियों में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएँ पाई गईं। उनको मौके पर ही मनोचिकित्सकीय परामर्श, दवाइयाँ, मनोसामाजिक आकलन तथा संक्षिप्त चिकित्सीय सहयोग प्रदान किए गए। वहीं नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इसके बाद परामर्श सत्र आयोजित किया गया। लोगों को भारत सरकार की टेली-मानस सेवा के बारे में भी जानकारी दी गई तथा निःशुल्क और गोपनीय मानसिक स्वास्थ्य परामर्श प्राप्त करने के तरीकों से अवगत कराया गया। इसके पहले निदेशक डॉक्टर वीके चौधरी ने सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम हेतु समर्पित 17 सीटर टाटा विंगर वाहन का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में कर्रा प्रखंड की बीडीओ स्मिता नागेसिया मौजूद थीं। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को सामुदायिक विकास कार्यक्रमों के साथ जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया तथा सीआईपी एवं चाइल्डफंड इंडिया के संयुक्त प्रयासों की सराहना की। इस कार्यक्रम में सीआईपी के मनो सामाजिक कार्य विभाग के डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव, सहायक प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष, डॉ. सेंथिल एम सहायक प्राध्यापक, विष्णु सुरेश, पीएसडब्ल्यू ट्यूटर,अनिश पाल, सास्वती पांडा, नैदानिक मनोविज्ञान विभाग की डॉ. महाश्वेता भट्टाचार्य, सहायक प्राध्यापक, राया पॉल,आलोक मरांडी, क्लिनिकल साइकोलॉजी ट्यूटर, नशा मुक्ति कार्यक्रम (डीडीएपी) के कमेंद्र एवं धनंजय हेम्ब्रम ने नशा संबंधित जागरूकता एवं परामर्श सेवाएँ प्रदान कीं। वहीं मनोचिकित्सा विभाग एवं टेली-मानस टीम की डॉ. प्रीथा रॉय, सहायक प्राध्यापक (मनोचिकित्सा) के साथ कल्पना टोप्पो, सुषमा एवं झिमली चटर्जी ने टेली-मानस के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य परामर्श सेवाओं की जानकारी दी। इस कार्यक्रम में डॉ. एके सुधांशु, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीआईपी भी मौजूद थे। निदेशक डॉ वीके चौधरी ने कहा कि ऐसे सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम झारखंड के ग्रामीण एवं जनजातीय क्षेत्रों में मानसिक स्वास्थ्य उपचार अंतर को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होंगे तथा संस्थान इनका निरंतर आयोजन करने को प्रतिबद्ध है।

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