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| पर्सनल अफसर (आसमानी रंग की शर्ट) को गिरफ्तार कर ले जाती सीबीआई टीम। |
अनुकंपा पर नियुक्ति के एवज में ₹1.5 लाख मांगे
मामले का खुलासा तब हुआ जब रोशन कुमार नामक युवक ने सीबीआई, रांची कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। शिकायतकर्ता के पिता सीता राम, जो CCL में सफाईकर्मी के पद पर कार्यरत थे, का इसी वर्ष फरवरी में निधन हो गया था। पिता की मृत्यु के बाद रोशन अनुकंपा नियुक्ति के लिए लगातार कार्यालय के चक्कर काट रहा था।
इसी दौरान, एचआर अधिकारी दीपक गिरी ने नियुक्ति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए कुल डेढ़ लाख रुपये (₹1,50,000) की रिश्वत की मांग की, जिसे तीन किस्तों में देना तय हुआ था
CBI की टीम ने रंगेहाथ पकड़ा
योजना के अनुसार, शुक्रवार को जब शिकायतकर्ता रोशन कुमार रिश्वत की पहली किस्त के रूप में ₹50,000 लेकर अधिकारी दीपक गिरी के कार्यालय पहुंचा, तभी सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) की टीम ने मौके पर छापा मार दिया। अधिकारी दीपक गिरी को रिश्वत की रकम सहित मौके पर ही धर दबोचा गया। इस सनसनीखेज कार्रवाई से CCL अधिकारियों के बीच अफरा-तफरी मच गई।
मैक्लुस्कीगंज स्थित घर में 4 घंटे चला सर्च अभियान
गिरफ्तारी के तुरंत बाद, आरोपी अधिकारी दीपक गिरी को डकरा स्थित वीआईपी गेस्ट हाउस ले जाया गया, जहां उनसे घंटों पूछताछ चली। पूछताछ के बाद, सीबीआई टीम ने मैक्लुस्कीगंज स्थित उनके आवास पर भी करीब चार घंटे तक सघन तलाशी ली। खबर लिखे जाने तक आरोपी अधिकारी को आगे की कानूनी प्रक्रिया के लिए रांची स्थित सीबीआई कार्यालय ले जाने की तैयारी चल रही थी।
छापेमारी दल में ये अधिकारी शामिल थे
CCL डकरा परियोजना में इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने वाली सीबीआई की टीम में डीएसपी कुलदीप, इंस्पेक्टर तपेश पचौरी, इंस्पेक्टर अजय कुमार ठाकुर, इंस्पेक्टर रवि शंकर प्रसाद, महिला अधिकारी लावण्या यादव व महिला अधिकारी सुप्रिया कुमारी आदि में शामिल थे।

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