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डॉ. एनडी मिश्रा के आवास पर पत्रकारों से बात करते स्वामी कैलाशानंद गिरि। |
Deoghar : निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए आॅपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को यह सीखने को मिला कि अगर भारत से टकराओगे तो यही हश्र होगा। भारत की सेना बलवान सेना है। हमारी तीनों सेनाएं भगवती की उपासक होते हैं। सेना के कैंप में शक्ति की पूजा होती है। आॅपरेशन सिंदूर का नेतृत्व करने वाली कर्नल शोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह दोनों बहनें वंदनीय हैं और बधाई की पात्र हैं। इन्होंने साहस और सामर्थ्य करके दिखाया है। ये दोनों में दुर्गा हैं और जहां नारी की पूजा होती है, वहीं देवता का वास होता है। इन दोनों बहनों ने वह करके दिखा दिया है। कैलाशानंद गिरि चार दिवसीय झारखंड-बिहार प्रवास के दौरान शनिवार को नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. एनडी मिश्रा के आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे।
पाक आतंकवाद का साथ छोड़े तो भारत अपना मानेगा
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से भारत की कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं है। भारत की लड़ाई आतंकवाद से है। भारत आज भी पाकिस्तान को अपना मानने को तैयार है, बशर्ते वे आतंकवादियों से हाथ मिलना छोड़ दे। अगर पाकिस्तान आतंकवादियों का साथ नहीं छोड़ता है तो भारत सरकार, भारत की आर्मी और भारतवासी कभी पाकिस्तान को माफ नहीं करेंगे। अगर पाकिस्तान ने दोबारा कोई दुस्साहस किया तो भारत की आर्मी पाकिस्तान को सांस भी नहीं लेने देगी। चाहे कोई पाकिस्तान का साथ क्यों न दे दे। क्योंकि भारत का साथ देने वाला साक्षात भगवान महादेव, गणपति, नारायण और दुर्गा हैं। विश्व में कोई भी देश भारत से विरोध करके सामर्थ्यवान नहीं हो पाएगा।
मोदी को 75 के बजाय 85 वर्ष तक मौका दे भाजपा
्रकैलाशानंद ने कहा कि भाजपा संगठन में सद्धबुद्धि आए और Þनरेंद्र मोदी को 75 के बजाय 85 वर्ष तक देश की सेवा करने का मौका दे। अगर मोदी नहीं रहते तो काशी विश्वनाथ, श्रीराम जन्म भूमि, केदारनाथ, बद्रीनाथ, हरिद्वार आज इस स्वरूप में नहीं होता। मेरा मानना है कि अहिल्याबाई होल्कर के बाद देश में मठ-मंदिरों का जीर्णोद्धार किसी ने किया है तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
कॉरिडोर बनने से पहले सरकार तीर्थपुरोहितों से बात करे
उन्होंने कहा कि देवघर में कॉरिडोर बनने से पहले सरकार को यहां के तीर्थ पुरोहितों से बात करनी चाहिए। पंडा धर्मरक्षिणी सभा से सरकार सलाह ले। यहां करीब 50 हजार तीर्थ पुरोहित निवास करते हैं।
मठ-मंदिरों से सरकारी नियंत्रण हटे
देश में मठ-मंदिरों से सरकारी नियंत्रण और हस्तक्षेप हटना चाहिए। इन्हें स्वतंत्र होना चाहिए। मठ-मंदिर पुजारी, पंडित और महात्माओं के पास रहना चाहिए। सरकार उसपर ध्यान रखे, लेकिन सरकार उसे कब्जे में न लें। जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा से बात हुई है और हमलोगों ने कहा कि कश्मीर में जितने भी मठ-मंदिर हैं, वे सभी दशनाम संन्यासियों के हैं। उन मंदिरों को हमे दिया जाए, ताकि उनका हमलोग जीर्णोद्धार करवा सके। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से भी मिलकर बात करुंगा। मौके पर नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. एनडी मिश्रा, पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री निर्मल झा मंटू, बैद्यनाथ मंदिर के मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त मौजूद थे।
Colonel Shofia Qureshi and Vyomika Singh are admirable: Kailashanand
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