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| चिलदाग प्लस टू हाई स्कूल |
ब्लेजर खरीदने का कोई सरकारी आदेश नही: जिला शिक्षा अधिकारी
डीइओ ने बताया कि ब्लेजर खरीदने का कोई सरकारी आदेश जारी नही हुआ है। विनय कुमार ने बताया कि रांची जिला के सभी सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल को चिलदाग स्कूल प्रकरण की पुनरावृति होने पर कड़ी कारवाई करने की चेतावनी दी गई है। इधर इस घटना के बाद बुधवार को चिलदाग प्लस टू हाई स्कूल पढ़ने पहुंचे सभी छात्रों को स्कूल के अंदर घुसने दिया गया। जिन्होंने ब्लेजर नही पहना था उसे भी क्लास करने दिया गया। स्कूल पहुंची प्रिंसिपल संगीता रवि ने सभी शिक्षकों की बैठक बुलाकर कहा कि ब्लेजर पहनकर नही आनेवाले छात्रों पर कोई कारवाई नही करना है। ब्लेजर खरीदना जरूरी नही है। ब्लेजर मामले को ठंडा बस्ते में डाल दिया गया।
चिलदाग प्लस टू हाई स्कूल का विवादों से है गहरा नाता
ज्ञात हो कि मंगलवार को ब्लेजर पहनकर नही आने के कारण तीन सौ से अधिक छात्रों को स्कूल के अंदर नही घुसने नही दिया गया था। सभी छात्रों को भगा दिया गया था। बगैर क्लास किए ही मायूस छात्र अपने अपने घर लौट आया था। ज्ञात हो कि पूर्व में भी चिलदाग स्कूल अनेक कारणों से विवाद में रहा है। स्कूली ड्रेस सप्लाई को लेकर भी पिछले साल विवाद हुआ था। स्कूल में आये दिन मारपीट की घटना होते रहती है। स्कूल प्रबंधन की इस तानाशाही रवैये से अभिभावकों व ग्रामीणों में काफी रोष है। इधर जिला परिषद सदस्य अनुराधा मुंडा ने बताया कि कमीशन राशि के कारण प्रिंसिपल गोंदलीपोखर के एक खास दुकान से ब्लेजर खरीदने के लिए अड़ी हुई थी। प्रशासन के इस फैसले से इस स्कूल में पढ़ने वाले गरीब आदिवासी, पिछड़ी, अल्पसंख्यक समाज के गरीब छात्रों को काफी राहत मिली है।
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