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पूजा पंडाल में एक-दूसरे को सिंदूर लगातीं महिलाएं। |
Silli (Ranchi): सिल्ली-मुरी में शारदीय नवरात्र और दुर्गा पूजा के आखिरी दिन विजयादशमी के अवसर पर माता दुर्गे की प्रतिमा के विसर्जन से पूर्व सिंदूर खेला की रस्म निभाई गई। वैसे तो यह रस्म बंगालियों में प्रचलित है, मगर अब यह झारखंड में भी लोकप्रिय हो चुका है। मान्यता है कि सिंदूर खेला के दौरान सुहागिन महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाती हैं और सिंदूर की होली खेलती हैं। कहा जाता है कि ऐसा करने से अखंड सौभाग्य प्राप्त होता है। शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा अपने मायके आती हैं और विजयादशमी के दिन वे अपने ससुराल लौट जाती हैं। ऐसे में उनकी विदाई के वक्त सभी सुहागिन महिलाएं उन्हें सिंदूर चढ़ाती हैं और फिर एक-दूसरे को लगाती हैं। यह परंपरा वर्षों से निभाई जा रही हैं।
देखिए सिंदूर खेला का वीडियो
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