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| अनशन पर बैठे विस्थापितों को संबोधित करते राजू महतो। | 
सिल्ली (रांची) : हिंडालको मुरी वर्क्स लिमिटेड कंपनी के विस्थापितों का रोष लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को लगाम निवासी विस्थापित राजू महतो के नेतृत्व में आसपास के दर्जनों विस्थापित ग्रामीणों ने कंपनी के मुख्य द्वार के सामने नौ घंटे तक अनशन किया। इसकी पूर्व सूचना कंपनी के यूनिट प्रमुख के साथ ही स्थानीय और जिला प्रशासन को भी दी गई थी।
जमीन हमारी, हुकूम तुम्हारा नहीं चलेगा...
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे राजू महतो ने कंपनी प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "जमीन हमारी, नियम और हुकूम तुम्हारा नहीं चलेगा।" उन्होंने कहा कि विस्थापित युवा आज नौकरी के लिए भटक रहे हैं, जबकि कंपनी के अधिकारी पैसे लेकर बाहरी लोगों को नौकरी दे रहे हैं। महतो ने भावनात्मक सवाल उठाते हुए कहा, "क्या इसी दिन के लिए हमारे पूर्वजों ने कंपनी को अपनी जमीन दी थी?"
साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कंपनी 15 दिनों के भीतर विस्थापितों की पीड़ा, मजदूरों के शोषण और बाहरी लोगों की नियुक्ति समेत 26 मांगों पर सार्थक पहल नहीं करेगी, तो वे 42 साल पहले के उग्र आंदोलन की राह पर उतरेंगे, जैसा कि पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह मुंडा ने किया था। उन्होंने कहा कि कंपनी का टर्नओवर 6 करोड़ से बढ़कर 450 करोड़ हो गया है, लेकिन विस्थापितों की स्थिति वही की वही है। अनशन समाप्त होने के बाद सिल्ली के अंचलधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
विस्थापितों की प्रमुख 26 मांगें
विस्थापितों ने अपनी 26 मांगों में मुख्य रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है:
* स्थानीय रोजगार: स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार सुनिश्चित करना, जिसमें स्थानीय क्षेत्र के 75% लोगों के लिए रोजगार आरक्षित हो।
* आश्रितों को रोजगार: अस्थाई कर्मचारियों के आश्रितों को पुनः रोजगार देना।
* अप्रेंटिस में प्राथमिकता: आईटीआई अप्रेंटिस में विस्थापित क्षेत्र के युवाओं को प्राथमिकता देना, तथा उनकी सीटें खाली रहने पर ही बाहरी लोगों को नियुक्त करना।
* महिला आरक्षण: स्थानीय महिलाओं और छात्राओं के लिए कम से कम 20% रोजगार आरक्षित करना।
* सामाजिक विकास: स्पोर्ट्स के विकास के लिए स्पोर्ट्स अकादमी बनाना।
* मुफ्त शिक्षा: विस्थापित क्षेत्र से आने वाले बच्चों को बेहतर और मुफ्त शिक्षा प्रदान करना।
* शिक्षक नियुक्ति जांच: आदित्य बिरला + 2 विद्यालय में स्थानीय शिक्षकों की नियुक्ति और पूर्व में हुई शिक्षक नियुक्ति में हुई गड़बड़ी की जांच कराना।
* रेड मड पोंड: रेड मड तालाब के टूटने से क्षति हुई जमीन के बदले नौकरी सुनिश्चित करना और नए रेड मड पोंड का निर्माण करना।
* प्रदूषण नियंत्रण: प्रदूषण से प्रभावित क्षेत्र को सुरक्षा और स्वस्थ हवा व पानी मुहैया कराना।
* सीएसआर पारदर्शिता: सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) फंड का सही तरीके से '5 पिलर' के रूप में उपयोग करना और इसकी गतिविधियों को जनता तक पहुंचाने के लिए प्रति माह एक पत्रिका निकालना।
राजनेता-प्रबंधन गठजोड़ का आरोप
विस्थापितों की मांगों के समर्थन में पहुंचे सिल्ली विधानसभा के पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी सह समाजसेवी धनपति महतो ने प्रबंधन पर मनमानी और अन्याय का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विस्थापितों पर अन्याय और प्रबंधन की मनमानी अब नहीं चलने दी जाएगी। उन्होंने राजनेताओं के संरक्षण में प्रबंधन की 'मोनोपोली' को खत्म करने की बात कही और चेतावनी दी कि जल्द ही इनकी मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए उग्र आंदोलन होगा और मेन गेट पर ताला जड़ा जाएगा।
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