GA4-314340326 चेकडैम निर्माण अधूरा छोड़ा, शमशान घाट बहा, ग्रामीणों का विरोध

चेकडैम निर्माण अधूरा छोड़ा, शमशान घाट बहा, ग्रामीणों का विरोध

अनिल कुमार चौधरी/ angara(ranchi)  लगातार हो रही बारिश के कारण नवागढ़ का खक्सीटोली शमशान घाट बह गया। जिससे शमशान घाट में दफनाए गए शवों का कंकाल पानी की तेज बहाव में बह गया। ग्रामीणों ने बताया कि नवागढ़ के खक्सीटोली में नयातू नाला में चेकडैम का अधूरा निर्माण होने के कारण शमशान घाट बहा है। सदियों से नवागढ़, नयातू, मड़ईटोली, खक्सीटोली सहित आसपास के दर्जनों गांव के ग्रामीण इसी शमशान घाट में शव को दफनाते व जलाते आए है। लेकिन पिछले छह माह से यहां पर एक चेकडैम का निर्माण किया जा रहा है। वह निर्माण भी अधूरा है। इधर जैसे ही ग्रामीणों को शमशान घाट बहने की सूचना मिली काफी संख्या में शमशान घाट पहुंचकर अपना विरोध जताया। अधूरे चेकडैम निर्माण संवेदक व विभागीय अभियंता के खिलाफ कारवाई करने की मांग की।

चेकडैम निर्माण संवेदक की लापरवाही के कारण बहा शमशान घाट: सोमरा बेदिया 

 ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे सोमरा बेदिया ने बताया कि शमशान घाट के बहने से काफी बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। अब शव को दफनाने व जलाने के लिए गांव में जगह ही नही है। चेकडैम निर्माण संवेदक की लापरवाही के कारण ऐसा हुआ है। कई बार संवेदक को आगाह किया गया था लेकिन नही माना। शमशान घाट के आसपास के इलाके में खुदाई करके मिटटी भर दिया। जिससे पानी का तेज बहाव घाट होकर बहने लगा। और तेज बहाव में शमशान घाट बह गया। विरोध जताने वालों में बिड़म्बर बेदिया, दिपेन्दर, श्रवण बेदिया, बिरसा बेदिया, गुणीराम भोगता, शंकरा बेदिया, सुरेश भोगता, रेखा देवी,  सोनाली देवी, नारायण बेदिया, रीता देवी, सुकरी देवी, महादेव बेदिया, हनु बेदिया, पंचम भोगता आदि शामिल थे। 

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