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प्रेस वार्ता को संबोधित करते कांके नगड़ी के ग्रामीण। |
Kanke (Ranchi) : राजधानी रांची के कांके प्रखंड क्षेत्र के नगड़ी के ग्रामीणों ने सोमवार को रिम्स टू निर्माण के लिए चिह्नित जमीन को लेकर एक प्रेस वार्ता की। इसमें सभी ने एक स्वर से कहा कि उनकी जमीन के अधिग्रहण की बात पूरी तरह गलत है। 1957- 58 में राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के लिए इसका प्रयास हुआ था, किंतु ग्रामीणों के तीव्र विरोध के बाद वह पूरा नहीं हुआ। उनलोगों की लगान रशीद वर्ष 2012- 13 तक कटती रही है। कुछ का 2021- 22 तक रशीद कटता रहा है। कहा कि 2012- 13 के आंदोलन के बाद यदि गुपचुप तरीके से सरकार ने भू अर्जन विभाग और सीओ आदि के माध्यम से यदि कोई हेरफेर किया है, तो उनको इसकी जानकारी नहीं है। यदि अधिग्रहण हुआ है, तो सरकार रैयतों को इसका कागजात दिखाए। ग्रामीणों ने कहा कि उनकी कृषियोग्य भूमि पर जबरन रिम्स टू बनाने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीण पूरी तरह एकजुट हैं। ग्रामीण यहां कभी भी निर्माण नहीं करने देंगे। सड़क जाम से लेकर जेल भरने तक का कार्य करेंगे। कहा कि सरकार किसी बंजर भूमि पर रिम्स टू का निर्माण कराए। कहा कि वे लोग सभी जनप्रतिनिधियों से मिलकर अपनी बात रख रहे हैं। कहा कि 2024 तक हमने इस जमीन में खेती की है। लेकिन इस वर्ष हमें धान का बीज नहीं डालने दिया जा रहा है जो कि पूरी तरह गलत है। हमारी जमीन की जबरन घेराबंदी कर दी गई है। लेकिन हम अपनी खेती की जमीन नहीं देंगे। प्रेस वार्ता में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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