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सड़क जाम में शामिल ग्रामीणों को समझाती पुलिस। |
Deoghar : जिले के पालोजोरी प्रखंड के खागा थाना अंतर्गत बगदाहा गांव के राणा टोला निवासी बुजुर्ग महेश्वर राणा मौत पर परिजनों ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को शव के साथ रखकर गोविंदपुर-साहिबगंज एनएच को जाम कर दिया था। परिजनों ने कहा कि पुलिस की पिटाई से महेश्वर राणा की मौत हुई है, लेकिन अब तक घटना के जिम्मेदार सारठ पुलिस व खागा पुलिस पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है। परिजन दोषी पुलिस पदाधिकारी पर एफआईआर दर्ज करने, 50 लाख की मुआवजा व एक आश्रित को सरकारी नौकरी की भी मांग कर रहे हैं। इस दौरान गोविंदपुर- साहिबगंज हाइवे बगदहा सिदो-कान्हू चौक के पास लगभग ढाई घंटा जाम रहा। जाम हटाने के लिए चितरा व खागा पुलिस की टीम दलबल पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझाते बुझाते जाम को हटाया व ठप आवागमन को चालू भी कराया। जाम में शामिल परिजनों व ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया कि विभाग अपनी ओर से घटना की जांच करेगी और सच को सामने लाया जाएगा। जाम में बगदाहा पंचायत के मुखिया गोलक बिहारी यादव, युवा नेता मनोज सुभद्रा यादव समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।
क्या है मामला
मृतक की पुत्री मंगली देवी ने बताया कि 12 अप्रैल सुबह 9 बजे बजे खागा व सारठ की पुलिस उनके घर पहुंची। पुलिस न ेघर से पिता महेश्वर राणा को उठा कर ले गए। इस दौरान पुलिस ने पिता के साथ मारपीट की। पिता को पुलिस किस मामले में ले गई, यह नहीं बताया। दोपहर में पिता को पुलिस बेहोशी हालत में दरवाजा पर लाकर छोड़ गए। घरवालों ने महेश्वर राणा की नाजुक स्थिति को देखकर उन्हें तुरंत इलाज के लिए जामताÞड़ा सदर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मंगली देवी ने आरोप लगाया है कि पुलिस हिरासत में उनके पिता के साथ बेरहमी से मारपीट की गई, जिसके बाद उनकी मौत हो गई।
Demand for action against policemen in Maheshwar Rana's death case, road blocked
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