* ग्रामीण बोले-छापेमारी का वीडियो फुटेज लेकर जाएंगे कोर्ट
* पुलिस पर गिरफ्तारी का स्थान बदलने का आरोप
 |
छापेमारी का स्थान बदलने को लेकर पुलिस का विरोध करते ग्रामीण। |
Deoghar : जिले के सारठ थाना क्षेत्र के कपसा गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को पुलिस के खिलाफ सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने पुलिस पर झूठी खबर फैलाने का आरोप लगाया है और कहा कि बीते 10 अप्रैल को सारठ एसडीपीओ रंजीत कुमार लकड़ा के नेतृत्व में लगभग 50 की संख्या में पुलिस के अधिकारी और जवानों ने गांव में छापेमारी की थी। इस दौरान साइबर क्राइम के आरोप में पुििलस ने गांव के कई निर्दोष युवाओं को उठा ले गई थी। तीन दिन बाद पुलिस अधिकारी द्वारा प्रेस मीडिया को दिए बयान में उक्त गिरफ्तारी को घोरपरास जंगल से दिखाया गया, जो बिल्कुल झूठी थी। ग्रामीणों ने छापेमारी के दौरान गांव के युवाओं द्वारा मोबाइल में बनाए वीडियो फुटेज को दिखाते हुए कहा कि उनलोगों के पास 10 अप्रैल को पुलिस द्वारा की गई छापेमारी का पूरा प्रमाण है और वीडियो फुटेज लेकर कोर्ट जाएंगे। फिर भी पुलिस गिरफ्तारी स्थान को बदल कर झूुठी ख्रबर फैला रही है। पुलिस पर आरोप लगाने वालों में पूर्व मुखिया व वर्तमान मुखिया पति अब्दुल मियां, ग्रामीण गुलबानु बीबी, मेहरबानु बीबी, मुबारक अंसारी, सुल्तान अंसारी, फुरकान अंसारी, अलाउद्दीन अंसारी, महबूब मियां, मुस्तकीम अंसारी समेत दर्जनों ग्रामीण शामिल हैं
मामला साइबर क्राइम से जुड़ा हुआ है। इसलिए इस संदर्भ में विशेष जानकारी साइबर क्राइम से जुड़े अधिकारी ही दे सकते हैं।
* रंजीत लकड़ा, एसपीडीओ
Cyber Crime: Arrest made from Kapasa village, police showed arrest from Ghorparas forest, villagers protest
إرسال تعليق
please do not enter any spam link in the comment box.