![]() |
हॉलपैक से डंपिंग के दौरान उड़ता धूल का गुब्बार। |
Dakra (Ranchi) | डकरा स्थित CCL की कोयला खदान में इन दिनों जहां उत्खनन हो रहा है, वहां कोयले के गर्म राख के बीच कामगार काम कर रहे हैं। जब शॉवेल मशीन से आग लगी हुई खदान से मिट्टी-कोयला उठाकर हॉलपेक में लोड किया जाता है, तो फ्लाई एश के गुबारे से चारों ओर अंधेरा छा जाता है। वहीं, जब इससे ओबी डंप यार्ड में डंपिंग के लिए डंपर द्वारा लाया जाता है, तो खदान के रास्ते में धूल उड़ती है। ओबी (ओवर बर्डन) डंप यार्ड में जब राख को डंपिंग और डोजरिंग किया जाता है, तो आसपास के गांव में राख मिश्रित हवा वायु प्रदूषण को बढ़ा रही है। डंप यार्ड से कोयले का राख- मिट्टी हवा से 500 मीटर के दायरे में स्थित बस्ती भूतनगर, जेहलीटांड़, मोहननगर कॉलोनी में रहने वालों के अलावा इस रास्ते आने-जाने वाले राहगीरों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
सबसे प्रदूषित बस्ती है भूतनगर
भूतनगर के रहने वाले लोगों का कहना है कि प्रदूषण की भयावहता से आसपास के लोगों का जीना दूभर हो गया है। कोयले के ढेर में आग लगी हुई है। इसका जहरीला धुआं पूरे क्षेत्र को विषाक्त बना रहा है। कोयला डंप पर दिन-रात मिट्टी व राख डंपिंग होते हैं। डंपिंग के दौरान राख का गुब्बार पूरे क्षेत्र में बन जाता है। पहले से बस्ती के लोग रेलवे साइडिंग, कोयला ट्रांसपोर्टिंग और क्रशर से उड़ती धूल गर्द से परेशान है। वायु प्रदूषण बढ़ने के कारण यहां रहने वाले श्वांस व दमा रोगियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
![]() |
यही धूल का गुब्बार उड़कर आसपास के क्षेत्र में रहनेवालों का जीना मुश्किल कर रहा है। |
Due to CCL's negligence, life of Dakra's people became difficult
إرسال تعليق
please do not enter any spam link in the comment box.