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मृतक लक्ष्मण मुण्डा |
अनिल कुमार चौधरी/angara(ranchi) हेसातू के दुबलाबेड़ा निवासी मजदूर लक्ष्मण मुण्डा(31)की तमिलनाडू के कोयंबटूर में संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। मौत सोमवार की शाम में हुई, लेकिन पैसे व वाहन के अभाव में अभी तक शव घर नही पहुंचा है। पैसे के अभाव में तीन दिनों से शव बेंगलुरू में अटका है। मृतक के साथी दीपू मुण्डा ने बताया कि बुधवार की शाम में किसी तरह एक एंबुलेंस की व्यवस्था कर शव को बेंगलुरू लाये है। अब देखते है शव को कैसे रांची ला पाते है। पैसा भी नही है कि हवाई मार्ग से शव को लाया जा सके। ट्रेन में भी टिकट नही मिल रहा है। एक माह पूर्व ही लक्ष्मण मुण्डा काम करने कोयंबटूर गया था। कोयंबटूर में दुबलाबेड़ा व हेसातू के एक दर्जन से अधिक मजदूर विभिन्न संस्थानों में काम कर रहे है। लक्ष्मण निर्माणाधीन घरों में सरिया बांधने का काम करता है। मृतक अपने पीछे विधवा राजकुमारी देवी, पुत्री स्नेहा कुमारी(10), अनीश मुण्डा(8), सृष्टि कुमारी(6) को छोड़ गया। दीपू ने बताया कि दो दिनों से उसे हल्का बुखार हो रहा था। दवा भी चल रहा था। लेकिन अचानक से सोमवार की शाम में उसका निधन हो गया।
इधर जिला परिषद सदस्य राजेंद्र शाही मुंडा ने सरकार से तत्काल शव को एयर एंबुलेंस से घर वापस लाने, पत्नी को सरकारी नौकरी देने व बीस लाख रूपया मुआवजा देने की मांग की है।
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