GA4-314340326 खिजरी विधायक राजेश कच्छप का मास्टर स्ट्रोक, 112 करोड़ की लागत से बनेगा राहे-हाहे मार्ग में गूंगानाला पुल

खिजरी विधायक राजेश कच्छप का मास्टर स्ट्रोक, 112 करोड़ की लागत से बनेगा राहे-हाहे मार्ग में गूंगानाला पुल

गूंगा नाला
अनिल कुमार चौधरी/angara(ranchi)  लोस चुनाव से पूर्व खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने मास्टर स्ट्रोक चला दिया। राज्य सरकार ने 112 करोड़ रूपये की लागत से राहे-हाहे मार्ग में गूंगानाला में उच्चस्तरीय पुल बनाने की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी। झारखंड कैबिनेट ने शनिवार को प्रस्ताव संख्या 32 पथ निर्माण विभाग अन्तर्गत अनगड़ा प्रखण्ड के हाहे-राहे पथ पर 5वें किमी पर गूंगानाला पर उच्चस्तरीय पुल निर्माण कार्य हेतु 112 करोड़ 11 लाख 93 हजार रुपये खर्च करने की प्रशासनिक स्वीकृति दी। प्रशासनिक स्वीकृति मिलते ही अनगड़ा प्रखंड के लोगों सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हर्ष व्यक्त किया है। इस पुल के बन जाने से चार पंचायतों पैका, बोंगईबेड़ा, अनगड़ा, लुपुंग तो आपस में जुड़ेगा ही, राहे प्रखंड के सताकी व कोंताटोली भी सीधे रिंग रोड से जुड़ जाएगा। अनगड़ा प्रखंड के उक्त् पंचायत के लोगों को प्रखंड मुख्यालय व अनगड़ा थाना, पुलिस उपाधीक्षक कार्यलय आने में करीब 20 किमी की दूरी कम होगी। 

खिजरी विधायक राजेश कच्छप के प्रयासों से मिली पुल निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति
खिजरी विधायक राजेश कच्छप
खिजरी विधायक राजेश कच्छप
के प्रयासों से ही गूंगा नाला पुल निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति मिली है। राजेश कच्छप चुनाव जीतने के बाद से ही गूंगा नाला पुल निर्माण को लेकर लगातार प्रयासरत थे। सीएम चंपाई सोरेन, पूर्व सीएम हेमंत सोरेन सहित विभागीय अधिकारियों से लगातार मिलते रहे। लगातार विस सत्र में मामले को उठाते रहे। व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास कर रेलवे व वनविभाग को एनओसी दिलाया। अधिग्रहित होनेवाले भूमि के लिए रैयतों को मुआवजा राशि के लिए विभागीय प्रक्रिया को शुरू कराया। राजेश कच्छप बताते है प्रत्येक सप्ताह पुल निर्माण होने की अद्यतन स्थिति की जानकारी लेते रहता था। मेरे चुनाव का मुख्य मुददा भी गूंगा नाला पर पुल का निर्माण था। प्रशासनिक स्वीकृति मिलने से मुझे अत्यधिक खुशी मिली है। लोस चुनाव के बाद क्षेत्र में आभार यात्रा निकालेंगे। जनता ने वोट के माध्यम से जो मुझे ताकत दी उससे ही यह सब कर पाया। राजेश कच्छप बताते है आजादी के समय से ही इस पुल के निर्माण की मांग की जा रही थी। हाहे-राहे पथ (29 किलोमीटर) को बने 20 वर्ष बीत जाने के बाद काफी प्रयासों के बाद गूंगानाला पर पुल बनाने की स्वीकृति चंपाई सोरेन सरकार के द्वारा दिया गया। अबतक पुल नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी होती थी। वैकल्पिक मार्ग से लोगों का आवागमन हो रहा था। 20 वर्ष के दौरान इस सड़क के मरम्मतीकरण में करोड़ों रुपए खर्च किया गया है। 

पुल निर्माण की स्वीकृति का असर दिखेगा लोस व विस चुनाव में 

गूंगा नाला में पुल निर्माण शुरू होने से इसका असर लोस व विस चुनाव में भी दिखेगा। अभी तक लोस व विस चुनाव में अनगड़ा प्रखंड में कांग्रेस पार्टी अपेक्षाकृत भाजपा से पीछे रही है। लेकिन सात दशक पुरानी मांग पूरी होने से जनता का समर्थन कांग्रेस पार्टी को मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही है। बोंगईबेड़ा के छोटेलाल महतो बताते है राजेश कच्छप के कारण हमारी मांग पूरी होने जा रही है। पूरे क्षेत्र में इसको लेकर खुशी की लहर है। इस लाभ निश्चित रूप से लोस व विस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिलेगा। अभी तक खिजरी विस का मुकाबला कांग्रेस व भाजपा के बीच होता रहा है। कांग्रेस पार्टी नामकुम में करीब दस हजार मतों से आगे रहती है। जबकी ओरमांझी में बराबरी का मुकाबला होता है। अनगड़ा में भाजपा करीब तीन से चार हजार मतों से आगे रहती है। लेकिन पुल निर्माण होने से मतों का यह अंतर कम हो सकता है। इसका असर विस चुनाव में दिख सकता है। वर्ष 2019 के विस चुनाव में पुल निर्माण नही होने के कारण ही भाजपा को अनगड़ा क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ था। विपक्षी पार्टियों ने जनता के बीच पुल निर्माण को बड़ा मुददा बना दिया था।   

मेरे कार्यकाल में ही पुल निर्माण की मिल गई थी प्रशासनिक स्वीकृति: पूर्व विधायक रामकुमार पाहन
पूर्व विधायक रामकुमार पाहन
हालांकि पुल निर्माण कराने को लेकर खिजरी के पूर्व विधायक रामकुमार पाहन व पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने भी लगातार आवाज बुलंद किया था। रामटहल चौधरी ने मामले को लोस सत्र में उठाया तो रामकुमार पाहन भी लगातार इस मुददे को विस सत्र में उठाते रहे। रामकुमार पाहन बताते है मेरे कार्यकाल में वर्ष 2018 में ही गूंगा नाला पुल निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई थी। राज्य की मुख्यसचिव राजबाला वर्मा ने पुल निर्माण को लेकर स्थल का भौतिक निरीक्षण भी किया। कई बार डीपीआर बनाया गया। लेकिन एक साथ रेलवे ओवरब्रीज व पुल निर्माण को लेकर लगातार प्राक्कलन राशि बढ़ता रहा। लेकिन कतिपय कारणों से काम शुरू नही हो सका। मेरे प्रयासों से ही पुल निर्माण की गति तेज हुई। 

ग्रामीणों व आजसू आंदोलन के कारण मजबूर हुई सरकार: जिप सदस्य राजेन्द्र शाही मुंडा
जिप सदस्य राजेन्द्र शाही मुंडा
दूसरी तरफ आजसू पार्टी के केन्द्रीय सचिव सह जिला परिषद सदस्य राजेन्द्र शाही मुण्डा बताते है पुल निर्माण में सभी का योगदान रहा है। वर्तमान व पूर्व विधायक के साथ साथ ग्रामीणों व आजसू पार्टी के आंदोलन का भी इसमें योगदान रहा है। इन आंदोलनों के कारण ही सरकार पुल निर्माण कराने को मजबूर हुई। आजसू पार्टी ने पुल निर्माण को लेकर लगातार आंदोलन किया है। बोंगईबेड़ा के ग्रामीण सात दशक से पुल निर्माण की मांग कर रहे थे। पुल निर्माण आंदोलन को गति देने के लिए ही वर्ष 2008 से जीनगाजारा में टुसू मेला का शुरूआत किया गया। इस मेला का शुभारंभ बोंगईबेड़ा के लाल साहब व पारसनाथ मुंडा के सहयोग से किया गया।                                 

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