आरईइओ की सड़क में रोलर चलाए बिना पीचिंग का काम, ठेकेदार और ग्रामीणों में तीखी बहस
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बगैर रोलर चलाए पीचिंग का काम करते मजदूर। |
क्या है ग्रामीणों का आरोप?
ग्रामीण कार्य विभाग (R.E.O.) द्वारा बनवाई जा रही इस सड़क पर स्थानीय लोगों ने ठेकेदार पर मनमानी का आरोप लगाया है। ग्रामीण भागीरथ रविदास, सिकंदर रविदास, अजय रविदास और अनिल रविदास समेत अन्य लोगों ने मौके पर पहुंचकर पीचिंग (Paving) के काम को रोक दिया।
ग्रामीणों का मुख्य आरोप है कि सड़क निर्माण में रोड रोलर चलाए बिना ही पीचिंग का काम किया जा रहा है, जिससे सड़क की मजबूती पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह से बनी सड़क जल्दी खराब हो जाएगी। गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों और ठेकेदार के मुंशी के बीच काफ़ी गहमा-गहमी भी हुई। हालांकि, ग्रामीणों की सख्त निगरानी के बाद काम को दोबारा शुरू किया गया है।
बाबूलाल मरांडी के निर्देशों की अनदेखी
स्थानीय लोगों ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि एक तरफ आज़ादी के बाद पहली बार उन्हें सड़क मिली है, वहीं दूसरी तरफ उसमें भी भ्रष्टाचार किया जा रहा है। गौरतलब है कि सड़क निर्माण का शिलान्यास करते वक़्त स्थानीय विधायक सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट रूप से गुणवत्तापूर्ण कार्य करने का निर्देश दिया था, जिसकी पूरी तरह से अनदेखी की गई है।
विभागीय अधिकारी का लीपापोती वाला जवाब
इस संबंध में जब आरईइओ के कनीय अभियंता (JE) मनीष कुमार से फोन पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने हमेशा की तरह ठेकेदार का बचाव करते हुए कहा कि काम 'स्पेसिफिकेशन' (मानकों) के अनुसार ही हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारी इस प्रकार के गंभीर मामलों में जांच करने के बजाए अक्सर ठेकेदार का समर्थन करते हुए लीपापोती करने में जुट जाते हैं। इस सड़क में हुए भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच की मांग अब जोर पकड़ रही है।
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