GA4-314340326 औषधि निर्माण में वैश्विक गुणवत्ता मानकों और नियामक अनुपालन का बताया महत्व

औषधि निर्माण में वैश्विक गुणवत्ता मानकों और नियामक अनुपालन का बताया महत्व

angara(ranchi)  उषा मार्टिन विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग में शुक्रवार को तीसरा “करेंट गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज(सीजीएमपी) दिवस मनाया गया। इसका आयोजन इंडियन फार्मास्युटिकल एसोसिएशन(आईपीए) झारखंड के सहयोग से किया गया। इसका उदघाटन प्रो. बीएन सिन्हा(डीन, अकादमिक) व प्रो. संजीब कर (प्रमुख, फार्मेसी विभाग), प्रो. एल. राजेश पात्रो (प्राचार्य, स्कूल ऑफ फार्मेसी) तथा डॉ. रोजालिनी सामंता (उप प्राचार्य, फार्मेसी विभाग) ने संयुक्त् रूप से किया। मुख्य वक्ता मनोज टागोरी, अकादमिक सदस्य, स्कूल ऑफ फार्मेसी, उषा मार्टिन विश्वविद्यालय ने इस विषय पर जानकारी दी। औषधि निर्माण में वैश्विक गुणवत्ता मानकों और नियामक अनुपालन का महत्व बताया। इसमें फैकल्टी सदस्यों और विभिन्न सेमेस्टर के छात्र शामिल थे। कार्यक्रम का समन्वयन साक्षी वर्मा, सहायक प्रोफेसर फार्मेसी विभाग ने किया। संचालन सेकेंड इयर की छात्राएं तिशा पाल और भाव्या भारती ने किया। सत्र का समापन एक इंटरैक्टिव चर्चा के साथ हुआ, जिसमें औषधीय उत्पादों की गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने में सीजीएमपी अनुपालन के महत्व पर बल दिया गया।

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