GA4-314340326 श्रावणी मेला : 2024 की तुलना में 2025 में बढ़े 6 लाख कांवरिए, बैद्यनाथ मंदिर की आय में 74 लाख रुपए की वृद्धि

श्रावणी मेला : 2024 की तुलना में 2025 में बढ़े 6 लाख कांवरिए, बैद्यनाथ मंदिर की आय में 74 लाख रुपए की वृद्धि

 * 2024 में पूरे श्रावणी मेले में 47 लाख भक्तों ने किया था जलार्पण
* इस बार 6 अगस्त तक 52.95 लाख कांवरिये कर चुके हैं
जलार्पण

मीडिया कर्मियों को संबोधित करते उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा।
Deoghar : 11 जुलाई से शुरू हुए श्रावणी मेले में 6 अगस्त तक 52 लाख 95 हजार 766 कांवरिये बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण कर चुके हैं। 2024 की तुलना 2025 में करीब 5 लाख 67 हजार 222 अधिक कावरियों ने जलार्पण किया है। जबकि श्रावणी मेला 9 अगस्त को खत्म हो रहा है। जाहिर है बचे तीन दिनों में कांवरियों की संख्या और बढ़ेगी। 2024 में 47 लाख 28 हजार 544 भक्तों ने पूरे श्रावणी मेले में जलार्पण किया था, जबकि इस बार 11 जुलाई से 6 अगस्त तक 52.95 लाख कांवरिये जलार्पण कर चुके हैं। श्रावणी मेले में इस बार कांवरियों की संख्या बढ़ने के पीछे की वजह राज्य सरकार द्वारा भक्तों को उपलब्ध कराई गई अच्छी सुविधाओं को माना जा रहा है। साप्ताहिक प्रेसवार्ता में डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने 2024 और 2025 के श्रावणी मेले का आंकड़ा शेयर किया। उन्होंने बताया कि इस बार मेले में कांवरियों की संख्या बढ़ने के कारण बैद्यनाथ मंदिर के चढ़ावा समेत अन्य स्रोतों से 7 करोड़ 36 लाख 44 हजार 295 रुपए की आय हुई। जबकि गत वर्ष श्रावणी मेले में मंदिर को 6 करोड़ 62 लाख 2 हजार 312 रुपए की आय हुई थी। यानी 2024 की तुलना 2025 में 74 लाख 23 हजार 983 रुपए ज्यादा आय बैद्यनाथ मंदिर को हुई है। मंदिर की आय का आंकड़ा 5 अगस्त तक का है, जबकि मेला 9 अगस्त को समाप्त हो रहा है, जिससे मंदिर की आय और बढ़ेगी।

          भादो में भी सावन जैसी रहेगी व्यवस्था

डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि भादो में भी सावन जैसी व्यवस्था जिला प्रशासन के स्तर से भक्तों को उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के पदाधिकारी, तीर्थ पुरोहित और मंदिर से जुड़े लोगों की बैठक आहूत की गई है। बैठक में भादो मेले में कैसे बेहतर व्यवस्था हो सके, इस पर निर्णय लिया जाना है। भादो में बाहर से आए फोर्स और पदाधिकारी नहीं रहेंगे। फिर भी जिले में उपलब्ध फोर्स, पदाधिकारी और कर्मियों के सहयोग से कांवरियों को बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है।

मेले में कांवरियों की संख्या बढ़ने की तीन वजहें

1.बेहतर सुविधाएं : राज्य सरकार की ओर से इस बार श्रावणी मेले में कांवरियों की उपलब्ध कराई गई सुविधाएं पिछले हर वर्ष की तुलना सबसे बेहतर थी। कांवरिया पथ से लेकर मंदिर में सुगम जलार्पण में कांवरियों के लिए कई अच्छी व्यवस्था की गई थी। बाह्य अरघा के कारण अधिक कांवरियों ने पूजा की।

2.बिहार से समन्वय : मेले में पड़ोसी राज्य से बिहार से देवघर जिला प्रशासन का बेहतर समन्वय रहा। भागलपुर, मुंगेर और बांका जिला प्रशासन के साथ इंटर स्टेट को-ऑडिनेशन की बैठक में दोनों राज्य के अधिकारियों ने सूचनाओं के आदान-प्रदान और सहयोग का निर्णय लिया था, जिसका बेहतर परिणाम मेले में दिखा।

3. अनुकूल मौसम : इस बार श्रावणी मेले के दौरान मौसम कांवरियों के लिए काफी अनुकूल रहा। न अधिक वर्षा और न ही सूखा। गर्मी भी कम रही। इस कारण भक्तों को कांवर यात्रा के दौरान ज्यादा परेशानी नहीं हुई।

श्रावणी मेला-2025

* कुल कांवरिया : 52 लाख 95 हजार 766
* कुल आय : 7 करोड़ 36 लाख 44 हजार 295
(11 जुलाई से 6 अगस्त 2025 तक)

श्रावणी मेला-2024

* कुल कांवरिया : 47 लाख 28 हजार 544
* कुल आय : 6 करोड़ 62 लाख 2 हजार 312
(22 जुलाई से 19 अगस्त 2024 तक)



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