* 2024 में पूरे श्रावणी मेले में 47 लाख भक्तों ने किया था जलार्पण
* इस बार 6 अगस्त तक 52.95 लाख कांवरिये कर चुके हैं जलार्पण
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मीडिया कर्मियों को संबोधित करते उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा। |
भादो में भी सावन जैसी रहेगी व्यवस्था
डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि भादो में भी सावन जैसी व्यवस्था जिला प्रशासन के स्तर से भक्तों को उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के पदाधिकारी, तीर्थ पुरोहित और मंदिर से जुड़े लोगों की बैठक आहूत की गई है। बैठक में भादो मेले में कैसे बेहतर व्यवस्था हो सके, इस पर निर्णय लिया जाना है। भादो में बाहर से आए फोर्स और पदाधिकारी नहीं रहेंगे। फिर भी जिले में उपलब्ध फोर्स, पदाधिकारी और कर्मियों के सहयोग से कांवरियों को बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है।
मेले में कांवरियों की संख्या बढ़ने की तीन वजहें
1.बेहतर सुविधाएं : राज्य सरकार की ओर से इस बार श्रावणी मेले में कांवरियों की उपलब्ध कराई गई सुविधाएं पिछले हर वर्ष की तुलना सबसे बेहतर थी। कांवरिया पथ से लेकर मंदिर में सुगम जलार्पण में कांवरियों के लिए कई अच्छी व्यवस्था की गई थी। बाह्य अरघा के कारण अधिक कांवरियों ने पूजा की।
2.बिहार से समन्वय : मेले में पड़ोसी राज्य से बिहार से देवघर जिला प्रशासन का बेहतर समन्वय रहा। भागलपुर, मुंगेर और बांका जिला प्रशासन के साथ इंटर स्टेट को-ऑडिनेशन की बैठक में दोनों राज्य के अधिकारियों ने सूचनाओं के आदान-प्रदान और सहयोग का निर्णय लिया था, जिसका बेहतर परिणाम मेले में दिखा।
3. अनुकूल मौसम : इस बार श्रावणी मेले के दौरान मौसम कांवरियों के लिए काफी अनुकूल रहा। न अधिक वर्षा और न ही सूखा। गर्मी भी कम रही। इस कारण भक्तों को कांवर यात्रा के दौरान ज्यादा परेशानी नहीं हुई।
श्रावणी मेला-2025
* कुल आय : 7 करोड़ 36 लाख 44 हजार 295
(11 जुलाई से 6 अगस्त 2025 तक)
श्रावणी मेला-2024
* कुल आय : 6 करोड़ 62 लाख 2 हजार 312
(22 जुलाई से 19 अगस्त 2024 तक)
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