GA4-314340326 पालोजोरी और सारठ के थाना प्रभारी सस्पेंड

पालोजोरी और सारठ के थाना प्रभारी सस्पेंड

 पुलिस कस्टडी में युवक की मौत का मामले में डीआईजी ने की कार्रवाई, अब चलेगी विभागीय कार्यवाही, साइबर थाने के इंस्पेक्टर पर बैठी जांच

टी-शर्ट में और अस्पताल में मिराज का फाइल फोटो।

Deoghar :  जिले के पालोजोरी के दुधानी गांव निवासी मो. मिराज (28) की पुलिस कस्टडी में मौत मामले में संताल परगना के डीआईजी अंबर लकड़ा ने बड़ी कार्रवाई की है। जोनल आईजी क्रांति कुमार के आदेश पर डीआईजी ने तत्काल देवघर जिले के पालोजोरी थाने के थानेदार प्रभात कुमार और सारठ थानेदार सूरज कुमार को सस्पेंड कर दिया है। दोनों निलंबित थानेदार पर विभागीय कार्यवाही भी चलेगी। वहीं देवघर के साइबर थाने के इंस्पेक्टर सहदेव प्रसाद की भूमिका की जांच का निर्देश दिया गया है। जांच में अगर इंस्पेक्टर के खिलाफ सबूत मिले तो उन्हें भी सस्पेंड कर दिया जाएगा। डीआईजी अंबर लकड़ा ने कहा कि मिराज से पूछताछ से पहले उसकी स्वास्थ्य की जांच क्यों नहीं कराई गई। यह लापरवाही है और पुलिस मैन्युअल के खिलाफ है। पालोजोरी और सारठ थानेदार ने मनमाने तरीके से मिराज से पूछताछ की। जबकि नियमतः मिराज की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त करने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जानी चाहिए थी। इससे स्पष्ट होता है कि दोनों थानेदारों ने अपने कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाह बरती है। साथ ही इनका कनीय पदाधिकारियों पर नियंत्रण भी नहीं है। अलबत्ता दोनों थानेदारों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।

अल्पसंख्यक आयोग ने लिया था स्वतः संज्ञान

इस मामले में राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने संज्ञान लिया था और मामले की जांच को पांच सदस्यीय टीम मृतक के गांव गई थी। जांच टीम में झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष (दर्जा-राज्य मंत्री) प्राणेश सॉलोमन, ज्योति सिंह मथारू, सदस्य  इकरारूल हसन, सबिता टूडू और कारी बरकत अली शामिल थे। टीम ने मामले में देवघर के अधिकारियों के साथ बैठक भी की थी। आयोग की आरंभिक जांच में आया था कि मो. मिराज की मौत पुलिस हिरासत में हुई थी। हालांकि मौत कैसे हुई, यह अब तक स्पष्ट नहीं है। इसके लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।  लेकिन पूरे मामले में पालोजोरी, सारठ और साइबर थाने की पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। जांच में यह बात सामने आई थी कि पुलिस ने सरेआम बिना किसी दोष के मिराज को उसके गांव से पकड़ा और वहीं सरेराह उसकी बर्बरता पूर्वक पिटाई की थी। कई लोग पुलिस की इस बर्बरता पूर्ण कार्रवाई के चश्मदीद हैं। आयोग अपनी जांच रिपोर्ट और अनुशंसा जल्द ही सरकार को सौपेगी, लेकिन उससे पहले डीआईजी ने दोनों थानेदारों को सस्पेंड कर दिया और तीसरे पर जांच बैठा दी।




Police station incharge of Palojori and Sarath suspended

Post a Comment

please do not enter any spam link in the comment box.

أحدث أقدم