तारकेश्वर महतो/silli(ranchi) महिलाओं को धुएं के समस्या से बाहर निकालने के लिए उज्वला योजना पर सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन स्थानीय स्तर पर उपेक्षा के कारण आज भी कई घरों में महिलाए लकड़ी के सहारे ही भोजन बनाती है। ऐसा ही मामला सिल्ली प्रखंड के रामपुर काशी टोला में देखा जा सकता है। गांव की संजोती देवी, सावित्री देवी, चंपा देवी, संजू देवी को आज तक उज्जवला योजना का लाभ नहीं मिला है। ये लोग आज भी लकड़ियों के सहारे धुएं की परेशानी के साथ खाना बनाने को मजबूर है। गांव की संजोती देवी ने कहा कि कई बार हम लोगों ने गैस सिलिंडर के लिए आवेदन पंचायत के मुखिया को दिया है। गैस एजेंसी के भी चक्कर लगाए। आने जाने में कई बार किराया भी खर्च किया। गांव के जन वितरण प्रणाली के डीलर गुणोधर महतो को भी आवेदन कई बार दिए लेकिन आज तक सिलिंडर नहीं मिला। हमें लकड़ियों के भरोसे ही खाना बनाना पड़ता है। इस संबंध में जानकारी लेने के लिए सिल्ली के बीएसओ को फोन लगाया गया पर बात नहीं हो सकी।
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