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| अनगड़ा में जंगली हाथी |
अनिल कुमार चौधरी/ angara(ranchi) एक जंगली हाथी के कारण दिनभर अनगड़ा प्रखंड के आबादी वाले इलाके में लोग दहशत में रहे। सोमवार की सुबह में ओरमांझी के चकला गांव से एक हाथी स्वर्णरेखा नदी पार करके सालहन गांव पहुंचा। इसके बाद चिलदाग होते हुए प्रखंड मुख्यालय के बगल में स्थित महेशपुर कब्रिस्तान के पास पहुंचा। यहां पर प्रगतिशील किसान बैजनाथ महतो के खेत में लगा लौकी की सब्जी को जी-भर खाया। इसी बीच वनविभाग की टीम मौके पर पहुंची। लोगों से हाथी के आसपास नही जाने की अपील की गई। दिन में हाथी को देखने के लिए काफी संख्या में लोग जमा हो गए। रात साढ़े आठ बजे के करीब वनविभाग की टीम व हाथी भगाओ दस्ता इस हाथी को महेशपुर जंगल होते हुए राजाडेरा व बीसा जंगल की तरफ खदेड़ रही थी। मंगलवार की सुबह में फिर से हाथी को क्षेत्र से खदेड़ने का अभियान चलाया जाएगा। इधर अचानक से हाथी के अनगड़ा प्रखंड आबादी वाले इलाके में पहुंचने से लोगों में दहशत बढ़ गया।
अनगड़ा-गेतलसूद मार्ग में महेशपुर के पास लोगों की भीड़
अनगड़ा-गेतलसूद मार्ग में महेशपुर के पास लोगों की भीड़ जमा हो गई। अनगड़ा के वनपाल नितिन गुप्ता के नेतृत्व में लगातार वनविभाग की टीम हाथी को खदेड़ने में लगी है। कांके की टीम भी मदद कर रही है। इस टीम में में अनगड़ा के वनरक्षी कृष्णा महतो, छत्रपति गोराई, कांके के वनपाल शिवनारायण महतो, वनरक्षी गिरिधारी पातर, सतीश कुमार शामिल थे। वनपाल नितिन गुप्ता ने बताया कि हाथी के संभावित जानेवाले रास्ते के गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। लोगों से रात में घरों से नही निकलने की अपील की जा रही है। जगह जगह पटाखे फोड़े जा रहे है। मशाल का वितरण किया गया है। शाम में ही बुढ़मू के मजलूम खान के 20 सदस्यीय दस्ता को बुला लिया गया है। सामूहिक प्रयास से हाथी को क्षेत्र से खदेड़ा जा रहा है। हाथी काफी गुस्सा में है। लगता है ग्रुप ने इसे बाहर निकाल दिया है।
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