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जैलेन्द्र कुमार |
angara(ranchi) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” अभियान और जोहो के संस्थापक व सीइओ श्रीधर वेम्बू के “स्वदेशी टेक इकोसिस्टम” के विचार से प्रेरित होकर जशपुरिया ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस ने अपने डिजिटल संचालन में बड़ा बदलाव किया है। विदेशी टेक सेवाओं की जगह भारतीय कंपनी जोहो के ऐप्स को अपनाने का निर्णय लिया है। जशपुरिया ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन जैलेन्द्र कुमार ने उक्त बदलाव करने का निर्देश दिया था। इसी के तहत समूह के सभी शैक्षणिक संस्थानों में आईटी, ईमेल, डेटा प्रबंधन, प्रस्तुतीकरण और संचार से जुड़ी सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से जोहो वर्कप्लेस के स्वदेशी डिजिटल सूट से प्रतिस्थापित किया जाएगा। अब समूह के सभी संस्थान जोहो मेल, जोहो शीट, जोहो शो, जोहो राइटर, जोहो वर्कड्राइव और चैट एप एराटाई को अपनाने की घोषणा की है। इन सभी स्वदेशी ऐप्स के माध्यम से ग्रुप अपने शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्यों को पूरी तरह भारतीय तकनीक पर संचालित करेगा। जैलेन्द्र कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के आह्वान और श्रीधर वेम्बू के ‘स्वदेशी टेक इकोसिस्टम’ के विज़न ने हमें प्रेरित किया। हम केवल एक चैट ऐप नहीं, बल्कि पूरा डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर स्वदेशी विकल्पों पर माइग्रेट कर रहे है। यह कदम हमारी कार्यकुशलता बढ़ाने के साथ-साथ डेटा सुरक्षा और गोपनीयता को भी मजबूत करेगा। इस निर्णय का उद्देश्य एक सशक्त भारतीय डिजिटल इकोसिस्टम का निर्माण करना, संवेदनशील संस्थागत डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करना और डिजिटल आत्मनिर्भरता की दिशा में योगदान देना है।
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