GA4-314340326 Deoghar एम्स के छह डॉक्टरों ने आठ टीबी मरीजों को लिया गोद

Deoghar एम्स के छह डॉक्टरों ने आठ टीबी मरीजों को लिया गोद

* टीबी मरीजों के इलाज की जिम्मेदारी अब गोद लेने वाले पर
* मरीजों को प्रति माह मिलेगी एक हजार रुपए की सहायता राशि

देवीपुर सीएचसी के सभागार में उपस्थित ग्रामीण व एम्स के डाक्टर्स।

Deoghar : देवीपुर सीएचसी सभागार में बुधवार को प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांव से आए 8 टीबी मरीजों को एम्स के छह चिकित्सकों ने गोद लिया। मौके पर सभी रोगियों को फूड बॉस्केट चिकित्सकों के द्वारा दिया गया। चिकित्सकों ने टीबी मरीजों को हर प्रकार से मदद करने का संकल्प लिया। उन्होंने मरीजों से कहा की वह नियमित दवा का सेवन करें। मौके पर जिला से आये एसटीएलएस संतोष कुमार सिंह ने कहा की निक्षय योजना के तहत एक हजार रूपया प्रतिमाह की दर से मरीजों को मिलने वाली सहायता राशि का उपयोग पोषण से भरपूर खान पान जैसे दूध, दही, अंडा आदि में करें। हर माह उन्हें पोषण पोटली देंगे। अगर टीबी की दवा नियमित न चले और पोषण युक्त खान पान ना मिले तो मरीजों को ठीक होने की राह कठिन हो जाती है। इस अवसर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. कुमार अभय प्रसाद ने कहा की क्षय रोग के प्रति लोगों को जागरूक करने की अवश्यकता है। टीबी मुक्त अभियान के तहत 2025 तक भारत से टीबी मुक्त करने संकल्प लिया गया है। मौके पर एम्स चिकित्सक डॉ. सौमेक, डॉ. जॉन, डॉ. शिवांग, इंटर्न राधिका, साक्षी, सीमा, डॉ विकास कुमार, एसपीएस रोहित कुमार, आईटी चंद्र मोहन कुमार सहित कई स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।

आम लोग भी ले सकते हैं टीबी मरीजों को गोद

आम लोग भी टीबी मरीजों को गोद लेकर समाजसेवा कर सकते हैं। दरअसल, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार ने टीबी उन्मूलन का अभियान शुरू किया है। सरकार ने इस बीमारी को 2025 तक पूरे देश से जड़ से मिटाने का संकल्प लिया है। इसीलिए विभिन्न प्रकार के अभियान चलाए जा रहे हैं। इस कड़ी में मरीजों को गोद लेने की योजना भी शामिल है।

गोद लेने की यह है प्रक्रिया

गोद लेने की प्रक्रिया बेहद सरल है। कोई भी व्यक्ति कम से कम एक टीबी के मरीज को गोद ले सकता है। सामान्य टीबी के मरीजों को 8 महीने तक सरकार दवा खिलाती है। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता 8 महीने तक मरीज की निगरानी करेगा। समय पर मरीज ने दवा खाई है या नहीं, इसकी जानकारी लेता रहेगा। गोद लेने के लिए जिला यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी से संपर्क किया जा सकता है।



Deoghar: Six doctors of AIIMS adopted eight TB patients

Post a Comment

please do not enter any spam link in the comment box.

और नया पुराने