* विश्व पर्यावरण दिवस पर नगर ने स्थानों पर स्वच्छता, पौधरोपण और जनजागरूकता कार्यक्रम चलाया
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डढ़वा नदी को बचाने का संकल्प लेते विधायक, नगर आयुक्त व शहरवासी. |
स्वच्छ एवं हरित पर्यावरण की ली शपथ
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक सुरेश पासवान थे। मौके पर नगर आयुक्त रोहित सिन्हा, अपर समाहर्ता हीरा कुमार सहित कई वरिष्ठ प्रशासनिक एवं निगम पदाधिकारी उपस्थित मौजूद थे। इस स्वच्छता श्रमदान और पौधरोपण कार्यक्रम में स्थानीय सामाजिक संगठनों और जनसामान्य की भागीदारी उल्लेखनीय रही। डढ़वा बचाओ आंदोलन, एनसीसी कैडेट्स, इनर व्हील क्लब, नगर निगम के अंतर्गत कार्यरत स्वयं सहायता समूहों और आम नागरिकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और स्वच्छ एवं हरित पर्यावरण की शपथ ली। राज्य गंगा स्वच्छता मिशन, शहरी विकास एवं आवास विभाग की ओर से संचार सह सामाजिक विकास प्रबंधक अंजना भारती भी कार्यक्रम में उपस्थित रहीं।
नदियों और जल स्रोतों के संरक्षण का प्रयास
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नगर आयुक्त रोहित सिन्हा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से नगर निगम द्वारा व्यापक सफाई अभियान चलाया जा रहा है। आज से यह श्रमदान आम जनमानस की भागीदारी से एक जन-आंदोलन का रूप ले रहा है, जिसमें एनजीओ, स्वयं सहायता समूह, जिला प्रशासन, और हमारे जनप्रतिनिधि मिलकर नदी की रक्षा के लिए जुटे हैं। यह पहल नमामि गंगे योजना के तहत न केवल गंगा, बल्कि हमारी सभी नदियों और जल स्रोतों के संरक्षण का प्रयास है। हमारा लक्ष्य है कि हम आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ, हरित और सुरक्षित पर्यावरण प्रदान करें। श्रमदान सिर्फ शारीरिक श्रम नहीं, यह हमारी नदियों और पर्यावरण के प्रति समर्पण का प्रतीक है। डढ़वा नदी हमारी सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर है। इसे संरक्षित रखना हम सबकी साझा जिम्मेदारी है। सभी नागरिकों से अपील है कि इसे एक एकदिनी कार्यक्रम न समझें, बल्कि हर सप्ताह कुछ समय निकालकर इस नदी के पुनर्जीवन में योगदान दें। यही सच्ची भागीदारी है। डढ़वा नदी के अलावा नगर निगम द्वारा पाँच अन्य स्थल मोहनपुर अफॉर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट परिसर, छत्तीस-बत्तीसी पार्क, पछियारी कोठिया एफएसटीपी प्लांट परिसर, बसुआडीह और साहेब पोखर पार्क में भी स्वच्छता अभियान, पौधरोपण, जनजागरूकता व पर्यावरण शपथ जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन स्थलों पर भी स्थानीय नागरिकों, स्वयं सहायता समूहों, निगम कर्मियों व स्वयंसेवकों की भागीदारी सराहनीय रही। कार्यक्रम का समापन सामूहिक स्वच्छता एवं पर्यावरण शपथ के साथ हुआ। उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने आने वाले समय में नियमित रूप से पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करने का संकल्प लिया।
Dadhawa river is a cultural and natural heritage, it is everyone's responsibility to preserve it: Municipal Commissioner
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