GA4-314340326 बराकर नदी घाट पर बालू माफिया व ग्रामीणों में भिड़ंत, माफिया हजारीबाग के जंगल में भागे

बराकर नदी घाट पर बालू माफिया व ग्रामीणों में भिड़ंत, माफिया हजारीबाग के जंगल में भागे

 

ग्रामीणों को देखकर ट्रैक्टर लेकर भागते चालक।

Giridih :  बिरनी प्रखंड में बराकर नदी के रजमनियां-चानो अरगा घाट पर बालू माफिया और ग्रामीणों के बीच जोरदार झड़प हुई है। माफिया की धमकियों से तंग आकर ग्रामीणों का गुस्सा फूटा और सैकड़ों लोग नदी पर जुट गए। यह देखकर माफिया करीब 100 ट्रैक्टर बालू घाट पर ही गिराकर  हजारीबाग के जंगल में भाग गए। इस कारण टकराव टल गया, लेकिन हालात बेहद तनावपूर्ण है। गांव के बहादुर साव, प्रदीप साव, जगदीश साव, महेंद्र साव, भैरव साव समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि बोरवेल के आसपास सालों से बालू माफिया का आतंक है। पानी नहीं रहने के कारण बोरवेल बेकार पड़ा है, लेकिन माफिया यहीं से बालू उठाकर यूपी, दिल्ली, हरियाणा भेजते हैं। ग्रामीणों ने माफिया को चेताया कि तीन किलोमीटर दूर से बालू निकालें। 

सीओ संदीप मधेसिया भी पहुंचे

सैकड़ों लोग बालू घाट पर जुटे, तो माफिया ट्रैक्टर छोड़कर बालू गिराकर भाग गए। सूचना मिली तो सीओ संदीप मधेसिया भी पहुंचे, लेकिन तबतक सारे ट्रैक्टर भाग गए थे। ग्रामीणों ने कहा, “अगर बालू माफिया बोरवेल के इर्दगिर्द बालू उठाएगा, तो हम किसी भी कीमत पर लड़ेंगे। सीओ साहब रोक नहीं लगाएंगे तो फिर किसी भी खून-खराबे की जिम्मेदारी उन्हीं की होगी।” ग्रामीणों का आरोप है कि नदी से हर दिन 200 ट्रैक्टर बालू चोरी कर माफिया मरकच्चो कोडरमा, घोड़थम्भा, धनवार, खोरीमहुआ समेत जगह-जगह पहुंचाते हैं। वहां से ट्रक से यूपी-बिहार, दिल्ली-कोलकाता तक जाता है। सरकारी भवनों के ठेकेदारों को भी बालू माफिया खुलेआम सप्लाई कर रहे हैं।

क्या कहते हैं अंचल अधिकारी 

सीओ संदीप मधेसिया ने कहा, “ग्रामीणों की सूचना पर हम मौके पर पहुंचे थे, लेकिन तब तक सभी ट्रैक्टर भाग चुके थे। बालू माफियाओं पर लगातार छापेमारी की जा रही है, आगे भी कार्रवाई होगी।”





Clash between sand mafia and villagers on Barakar river, mafia fled to the forest of Hazaribagh


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