रिसोर्स पर्सन के रूप में इनकी रही उपस्थिति
रिसोर्स पर्सन अन्तर्राष्ट्रीय प्रमुख वक्ता डिपार्टमेंट आफ साइकोलोजी आफ एजुकेशन, यूनिवर्सिटी आफ साऊथ अफ्रीका के प्रोफेसर डा. प्रेम जोनाथन हीरालाल, डिपार्टमेंट आफ एजुकेशन, यूनिवर्सिटी आफ कोलकाता की प्रोफेसर डा. सुदेशना लहरी, सांईनाथ यूनिवर्सिटी के एसोसिएट डीन प्रोफेसर डा. आनन्द मोय और डा. एस. राधाकृष्णन बीएड कालेज चास बोकारो की प्रिंसिपल डा. गायत्री कुमारी थी।
लक्ष्य की प्राप्ति के लिए छात्रों की इम्पावरमेंट को बढाना होगा: डा. विमल किशोर
डा. विमल किशोर ने कहा कि किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए छात्रों की इम्पावरमेंट को बढाना होगा। वैसे तो छात्र आज तकनीकी रूप से अधिक शक्तिशाली हैं पर इस तकनीक के कारण ही उनमें नैतिक एवं मानवीय मूल्यों का ह्रास होता जा रहा है। इसे फिर से प्राप्त करना, स्थापित करना और सही दिशा में छात्रों का विकास ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का लक्ष्य है। प्रो. सुदेशना लहरी ने आनलाइन भारत के शैक्षिक विकास पर अपना विचार प्रकट करते हुए कहा कि शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तायुक्त शिक्षा जब तक सुनिश्चित नहीं की जाती है तब तक शिक्षा के वास्तविक उद्देश्य की प्राप्ति नहीं हो सकती। यह शिक्षा नीति हमें इसी तरफ अग्रसर करती है।
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