Deoghar : झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) ने 11वीं से 13वीं सिविल सेवा परीक्षा का शुक्रवार को रिजल्ट जारी कर दिया। इसमें देवघर जिले के कई अभ्यर्थियों ने सफलता पाई है। सफल अभ्यर्थियों ने बताया कि कठिन मेहनत और अभ्यास सफलता का मूलमंत्र रहा। 8 से 10 घंटे की रोजाना नियमित पढ़ाई के साथ-साथ अभ्यास बेहद जरूरी है। तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन कई मैटेरियल उपलब्ध हैं, जिसका आसानी से तैयारी में उपयोग किया जा सकता है।
लोहरदगा एसडीओ की पुत्री का वित्त सेवा में 2 रैंक
सारठ प्रखंड के बभनगामा निवासी व लोहरदगा में अनुमंडलपदाधिकारी के पद पर पदस्थापित ठाकुर गौरीशंकर शर्मा की बड़ी पुत्री मीनाक्षी ने वित्त सेवा में पूरे झारखंड में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। मीनाक्षी बचपन से ही मेधावी रही हैं और अंग्रेजी माध्यम से पढ़ने के बाद भी जेपीएससी में खोरठा (स्थानीय भाषा) विषय का चयन किया। मीनाक्षी के चाचा डॉ. विजय शंकर शहर के जाने-माने शिक्षक हैं।नौकरी करते ऋषभ झा ने पाई सफलता
सारठ प्रखंड के मोदीबांध निवासी स्व. काशीनाथ झा के पुत्र कुमार ऋषभ का भी चयन झारखड प्रशासनिक सेवा के लिए हुआ है। बताते चलें कि ऋषभ ने दो वर्ष पूर्व यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में सफलता अर्जित की थी। उनका आईआरएस में हुआ था, वे अभी देवघर जिले में ही कार्यरत हैं।विशाल को पहले प्रयास में 148वां रैंक
जसीडीह के घोरलास गांव निवासी विशाल आनंद ने जेपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में 148वीं रैंक हासिल की है। मात्र 25 साल की उम्र में विशाल ने पहले ही प्रयास में यह सफलता पाई है। विशाल के पिता ओमकार राय प्राइवेट शिक्षक हैं और माता बेबी देवी गृहिणी। विशाल के इस सफलता से उनके परिवार सहित पूरे गांव में खुशी का माहौल है। विशाल की प्रारंभिक शिक्षा जसीडीह पब्लिक स्कूल से हुई है और 12वीं की पढ़ाई बोकारो से हुई है।प्रशांत को मिला 71वां स्थान
मोहनपुर प्रखंड के घुटिया बड़ा असहना गांव निवासी शिक्षक प्रदीप कुमार मंडल व रिंकू देवी के पुत्र प्रशांत ने जेपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में 71वां स्थान प्राप्त किया है। प्रशांत ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के अलावा अपने गुरुजनों को दिया है। प्रशांत ने प्रारंभिक पढ़ाई महेंद्र मुनि सरस्वती शिशु मंदिर मधुपुर से तथा प्लस टू की पढ़ाई डीएवी से की है। उसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से भूगोल विषय में स्नातक की डिग्री हासिल की है।नेहा ने हासिल किया 228वां रैंक
शहर के बंपास टाउन बरियारबांधी निवासी नेहा रानी ने प्रथम प्रयास में ही 228वीं रैंक हासिल कर परिवार और जिले का नाम रोशन किया। इनके पिता राजेश कुमार दास सरकारी शिक्षक हैं एवं माता नीतू आनंद गृहिणी हैं। नेहा की इस सफलता से उनके परिवार सहित पूरे मोहल्ले में खुशी का माहौल है। नेहा ने मैट्रिक और प्लस-टू की शिक्षा डीएसवी देवघर और स्नातक एवं स्नातकोत्तर की पढ़ाई बीएचयू से की है। वर्तमान में नेहा रांची विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही हैं और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्विद्यालय रांची में आवश्यकता आधारित शिक्षक (असिस्टेंट प्रोफेसर) के तौर पर कार्यरत हैं।Deoghar made its mark in JPSC civil service examination, many candidates were successful
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