अनिल कुमार चौधरी/angara(ranchi) रांची में बालू क्राइसिस के बीच पिछले कई दिनों से लगातार बिहार का बालू बिक रहा है। इसके लिए बकायदा बिहार सरकार का चालान दिया जा रहा है। बालू क्राइसिस के कारण 600-800 प्रति टन बिकने वाला बालू बिहार से 1200 प्रति टन खरीद रहे है। प्रतिदिन काफी मात्रा में विभिन्न निर्माणस्थलों में बिहार का बालू गिराया जा रहा है। एक बालू कारोबारी ने बताया कि बिहार से प्रतिदिन 70-80 एलपी ट्क लदा बालू बिहार के गया से आकर रांची के बाजारों में बिक रही है। लेकिन बंगाल के बालू चालान को झारखंड सरकार मान्यता नही दे रही है। जिस कारण बगल के बंगाल का अपेक्षाकृत सस्ता बालू रांची के लोगों को नही मिल पा रहा है। इधर सिल्ली व आसपास के बालू घाटों का नीलामी नही होने के कारण रांची में बालू का किल्लत बना हुआ है। बालू के अभाव में विभिन्न निर्माण योजनाएं ठप्प पड़ी है। एक ट्रक बालू खरीदने के लिए लाभुकों को रांची की बालू की तुलना में पन्द्रह हजार से अधिक राशि का भुगतान किया जा रहा है। प्रतिदिन विकास रिंग रोड चौक के पास बिहार के बालू की मंडी सज रही है। बालू लदा ट्रक यहां से विभिन्न गंतव्य तक पहुंच रहा है।विकास में लगा बिहार का बालू मंडी
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